विद्युत् चुम्बकीय तरंगों व द्रव्य तरंगों मे अंतर ( Difference between Electromagnetic waves and Matter waves )
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जानिए , विद्युत् चुम्बकीय तरंगों व द्रव्य तरंगों मे अंतर
विद्युत् चुम्बकीय तरंगें
1. ये तरंगें विद्युत् व चुम्बकीय क्षेत्रों से संबंधित होता है जो कि एक दूसरे के लम्बवत् होते है तथा तरंग संचरण की दिशा के भी लम्बवत् होती हैं।
2. इनका वेग प्रकाश के वेग के समान होता है।
3. इनके संचरण हेतु किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होता।
4. इनके तरंगदैर्घ्यो का मान काफी अधिक होता हैं तथा निम्न संबंध से प्राप्त होता हैं।
Lemda =c/v
5. इनकी ऊर्जा क्वाण्टीकृत होती हैं।
6. ये तरंगें किसी स्त्रोत से उत्सर्जित होती हैं।
द्रव्य तरंगें
1. ये तरंगें विद्युत् व चुम्बकीय क्षेत्रों से संबंधित नहीं होता हैं।
द्रवय तरंगें जो कि आवेशित कणो से प्राप्त होता हैं, चुम्बकीय तथा विद्युत् क्षेत्र से संबंधित हैं।
2. द्रव्य तरंगों का वेग अलग अलग होता हैं।
3. इन्हें माध्यम की आवश्यकता होती हैं। वास्तव मे ये स्वयं ही माध्यम हैं।
4. इनके तरंगदैर्घ्यो का मान कम होता हैं तथा इन्हें डी-ब्रॉग्ली समीकरण से प्राप्त किया जा सकता हैं।
Lemda= h/mv
5. इनकी क्वाण्टीकृत नहीं होता।
6. ये तरंगे कणों से संबंधित होती हैं तथा स्त्रोत से उत्सर्जित नहीं होती।
कण व तरंग में अंतर (Difference between Particle and Wave )
कण (Particle)
1. एक कण अंतरिक्ष में स्पष्ट स्थान ग्रहण करता है तथा स्थानीकृत होता है।
2. दो कणों का स्थान, अन्तरिक्ष में बिल्कुल एक समान नहीं हो सकता अर्थात् कण एक दूसरे के साथ हस्तक्षेप नहीं करते।
3. जब कई कण एक साथ किसी स्थान पर उपस्थित है तो उनकी कुल संख्या उनके योग के बराबर होती हैं। यह संख्या योग से न कम होती हैं न अधिक।
तरंग (Wave)
1. तरंग विस्थानीकृत होती हैं तथा फैली हुई होती हैं। जैसे जल में तरंग वलयो के रूप में आगे बढ़ती हैं।
2. दो या दो से अधिक तरंगें एक साथ अंतरिक् में एक ही जगह रह सकती हैं।
दूसरे शब्दों में तरंगें एक दूसरे के साथ हस्तक्षेप कर सकते हैं।
3. जब कई तरंगें एक साथ किसी स्थान पर उपस्थित हो तो व्यतिकरण के परिणाम स्वरूप परिणामी तरंग बड़ी या छोटी हो सकती हैं।
व्यतिकरण अविनाशी या विनाशी हो सकता है।